【かつ丼】かつや30杯目【とん汁】at DON
【かつ丼】かつや30杯目【とん汁】 - 暇つぶし2ch166:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:21:27.46 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

167:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:21:57.90 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

168:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:22:26.12 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

169:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:22:54.39 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

170:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:23:23.00 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

171:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:23:51.60 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

172:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:24:19.79 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

173:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:24:48.34 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

174:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:25:17.20 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

175:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:25:46.00 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

176:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:26:14.52 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

177:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:26:43.64 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

178:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:27:11.65 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

179:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:27:40.49 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

180:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:28:10.30 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

181:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:28:40.14 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

182:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:29:09.25 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

183:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:29:37.27 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

184:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:30:07.32 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

185:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:30:36.40 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

186:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:31:04.84 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

187:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:31:33.86 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

188:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:32:02.09 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

189:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:32:30.33 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

190:名無しさん@お腹いっぱい。
16/02/02 19:32:58.69 UjVld7aX.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--


次ページ
最新レス表示
レスジャンプ
類似スレ一覧
スレッドの検索
話題のニュース
おまかせリスト
オプション
しおりを挟む
スレッドに書込
スレッドの一覧
暇つぶし2ch